प्रकोप इस वायरस का भी तुरंत ख़त्म ही होगा,
इश्क़-ए-दिल्लगी का ये जख्म कब ख़त्म होगा
Prakop iss virus ka bhi turant khatm hi hoga,
isqk aye dillagi ka ye jakhm kab khatm hoga
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काश की कोई होता
काश की कोई होता, जो मेरी सुनता
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बेचैन कर गयी जो याद...
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बेचैन कर गयी जो याद,
ये याद कहा की है
Baat teri hoti to maan jata,
baat to jahan ki hai...
Bechain kar gayi jo yaad,
ye yaad kaha ki hai
भोला दिल था मेरा उस मेहरबां पर आ गयी
परिचय क्या मांगा उनसे वो जान पर आ गयी,
भोला दिल था मेरा उस मेहरबां पर आ गयी
Parichay kya maanga unse wo jaan par ban aayi,
Bhola dil tha mera us mehrbaan par aa gyi
टूटेंगे ये बंदिशे जल्द
दर्द में, दर्द को, दर्द से मिटाने का मजा लीजिये,
टूटेंगे ये बंदिशे जल्द थोड़ा इन्तजार का मजा लीजिये,
dard me, dard ko, dard se,
mitaane ka maja lijiye...
Tutenge ye bandishe jald,
thoda intejaar ka maja lijiye
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